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- मोहम्मद असलम
- 06 May 2021
रात गाँधी जी सपनों में आए! मैं गाँधी जी को हतप्रभ देखता रहा. आजतक किताबोँ, फिल्मों, मूर्तियों के रूप में औऱ भारतीय नोटों में ही देखा था लेकिन सामने गांधीजी को खड़ा देख मैं बिल्कुल नर्वस था. एक पल आप ये भी बोल सकत
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- मोहम्मद असलम
- 28 Apr 2021
नेताजी एक जगह भाषण दे रहे थे, तभी चोंगे से आवाज़ आयी देश को 5 ट्रिलियन वाली इकोनॉमी बनाऊंगा. यह बात नेताजी के अलावा और किसी को समझ ही नहीं आ रही थी. सबने गूगल बाबा से संपर्क किया तो इनकी आँखें खुली कि खुली रह गई एक के
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- मोहम्मद असलम
- 24 Apr 2021
एम्बुलेंस के साईरन और हॉस्पिटल के आस पास मचा अफरा तफ़री आपको हैरान,परेशान और मायूस कर देगा. आपके रोंगटे खड़े कर देगा और आप शायद अपने आप से सिर्फ इतना ही बोल पाएंगे की ईश्वर हमें इस मंजर से बचा. आखों में आँसू और चेहर
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- मोहम्मद असलम
- 18 Mar 2021
भारत अपने युवा दौर से गुजर रहा है. इसका आप कोई भी मतलब निकाल सकतें है चाहे वो राजनितिक हो, सांस्कृतिक हो या सामाजिक, आर्थिक भी लगा लें तो कोई अचम्भा कि बात नहीं. एक आंकड़े के मुताबिक 2020 में भारत कि 35% आबादी युवाओं से भ
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- मोहम्मद असलम
- 26 Jan 2021
गोदी मीडिया आज के तारीख़ में सच में किसी पहचान के मुहताज़ नहीं. गोदी मीडिया बोलते सुनते ही ख़ूबसूरत कपड़ो और मेकअप में सजे एंकरों की टोली दिमागी पट्ट पर गुजरने लगतें हैँ. साथ में उन चैनलों के लोगो और नाम भी. आज जब भार
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- मोहम्मद असलम
- 27 Dec 2020
भारत में मीडिया का स्वरुप बड़ा हास्यास्पद है. सबसे मजेदार यह है कि उसमें ज्यादातर वैसे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के चैनल्स शामिल हैँ जिनकी पहुँच सबसे ज्यादा लोगों तक है. उन चैनलों कि प्राथमिकता को बड़ी आसानी से समझ
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- Rana Rashid
- 19 Nov 2020
Hey Folks, Wazz up! Hope You people are safe and protected. Guys, how many of you know that today, i.e. 19th of November is celebrated as an “International Men’s Day”? Huh.. Maybe you are thinking that what so special about this day. Well! Let me tell you that you are not the one from where this reaction would arise. Unlike Women’s Day, there are no such celebrations done on this day. Nearly half of the majority of people exhibit the same reaction when they hear about the Men’s Day – Oh, Is there really an
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- मोहम्मद असलम
- 08 Nov 2020
कोरोना संकट के दौर में भारत के किसी राज्य में होनेवाला ये पहला चुनाव है। तीसरे और आख़री चरण का मतदान अभी पूरी तरह से ख़त्म भी नहीं हुआ था कि टीवी चैनल्स ने एग्जिट पोल का भोपू बजा दिया। भोपू ऐसा कि चुप होने का
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- मोहम्मद असलम
- 24 Oct 2020
बिहार चुनावी रंग में रंग चूका है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ऐसा लगता है बिहारियों पर तेजस्वी का रंग गहराता जा रहा है। आठवीं पास तेजस्वी के पास न तो कोई बहुत ज़्यादा राजनीतिक अनुभव है न हि कोई ऐसी करिश्माई
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- मोहम्मद असलम
- 18 Oct 2020
बिहार में चुनाव होनेवाले हैं और मध्य प्रदेश में महा चुनाव। बहुत कुछ अच्छा होनेवाला है। टैंट वाले की चाँदी है। नेताजी भाषण देने से पहले टैंट लगवाएंगे लोगों को इससे रोजगार मिलेगा। कुछ पिछलग्गू चाहिए हों
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- मोहम्मद असलम
- 02 Oct 2020
बापू गुड मॉर्निंग ! कल शाम को ही पता चल गया था कि आज गाँधी जयन्ती है, जब लोग जल्दबाज़ी में ठेके की ओर भाग रहे थे की कल "ड्राई डे" है। इसलिए आपको अच्छेवाला हैप्पी बर्थडे ! बापू नेताजी आनेवाले हैं कुछ अच्छे
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- मोहम्मद असलम
- 27 Sep 2020
दोपहर का समय है। एक प्राइवेट हॉस्पिटल के "लेबर रूम" के सामने बैठे-बैठे बस यही इंतज़ार कर रहा हूँ कि दरवाज़ा खुले, नाम पुकारा जाए और ख़ुशख़बरी सुनाई जाए। एडमिशन को लगभग 18 घंटे होने को हैं। इस दौरान फ
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- मोहम्मद असलम
- 24 Sep 2020
मेरे पिछले ब्लॉग से दिल्ली थोड़ा नाराज़ दिखी। लोगों के हिसाब से कोई ब्लॉगर, कोई लेखक, पत्रकार आख़िर ईतना तल्ख़ कैसे हो सकता है किसी शहर के साथ ? वो भी बात अगर राजधानी शहर की हो तब तो बिल्कुल भी नहीं हुआ जा सकता?
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- मोहम्मद असलम
- 21 Sep 2020
दिल्ली मतलब सरकार। दिल्ली मतलब नेताजी। दिल्ली मतलब पॉवर। दिल्ली मतलब भीड़-भाड़। दिल्ली मतलब भाग-दौड़। दिल्ली मतलब जामा मस्ज़िद। दिल्ली मतलब क़ुतुब मीनार। दिल्ली मतलब लाल किला। दिल्ली मतलब कनॉट प्लेस। दि
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- मोहम्मद असलम
- 14 Sep 2020
आज जब घर के बारजा में सुबह-सुबह अंग्रेजी का समाचार पत्र खटक करके गिरा तो उसके भीतर एक कोने में छपे विज्ञापन से अन्दर के हिन्दी ने अंगड़ाई लेते आँखें खोली। बगल के बालकॉनी से शर्मा जी अख़बार के पीछे से नाक तक
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- मोहम्मद असलम
- 12 Sep 2020
9 सितम्बर को रात 9 बजे एक मुहीम चलाई गई जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "जनता कर्फ्यू" वाले दिन 5 बजे 5 मिनट ताली, थाली, घण्टी बजानेवाली अपील से प्रेरित थी। ट्विटर पर जो इससे सम्बंधित सन्देश आये और लोगो
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- मोहम्मद असलम
- 10 Sep 2020
अगर आप ख़ुद को बहुत हँमुख मानतें हैं तो भी सोचिएगा और खुद को बहुत गंभीर मानतें हैं तो भी सोचिएगा। विचारों से परिपक्व मानते हैं तो भी सोचिएगा और खुद को भावुक मानते हैं तो भी सोचिएगा। #arrestrhea मुहीम का हिस्सा हैं तो
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- मोहम्मद असलम
- 06 Sep 2020
मदरसे में छड़ी से तशरीफ़ को लाल कर देने वाले मौलवी साहब को शिक्षक दिवस पर सम्मान के साथ अभिवादन।स्कूल में स्वेटर बुनते रहने वाली टीचर को भी "हैप्पी टीचर्स डे" और ब्लैक बोर्ड के सामने खड़े होकर नाक में उंगल
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- बिपिन कुमार
- 03 Sep 2020
भारतीय संविधान में मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना गया है, हालांकि इसकी हालत जर्ज़र है ये और बात है। आइये समझते हैं TRP को यानि (टेलीविज़न रेटिंग पॉइंट ) इन तीन साधारण से दिखने वाले शब्दों ने देश दुनिया
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- मोहम्मद असलम
- 01 Sep 2020
"भारत रत्न" प्रणब दा अब हमारे बीच नहीं रहे। 11 दिसंबर 1935 को अब के पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के मिराती गॉव में जन्मे पूर्व राष्ट्रपति किसी पहचान के मुहताज तो नहीं, लेकिन वर्तमान स्तिथि में उनके निधन पर जो
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- बिपिन कुमार
- 30 Aug 2020
भारत में बाढ़ का इतिहास लगभग हजारों साल पुराना है। जैसा कि इतिहास ग्वाह है मानव सभ्यता की शुरुआत नदियों के किनारे पर हुई। लेकिन पहले बाढ़ का कोई पुख्ता सबूत नहीं है इसलिए हम बात करेंगे आज़ादी के बाद से। आज़ादी के बा
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- मोहम्मद असलम
- 29 Aug 2020
"IMPORTANT NOTICE -राजनीति के चक्कर में आपसी सम्बन्ध बर्बाद न करें। अगर आपका कोई साथी आपसे अलग विचारधारा रखता है तो इसका कत्तई ये मतलब नहीं कि वो विद्रोही है। जब किसी को खून की जरूरत होती है तो शायद ही किसी पार्टी का नेता
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- मोहम्मद असलम
- 25 Aug 2020
अगर आपको अच्छी वाली नींद नहीं आती, दोस्तों की फ़ेहरिस्त छोटी होती जा रही है। काम में मन नहीं लगता, दो अलग-अलग रंग के जुराबें पहन लिया और पता भी नहीं चला जबतक किसी ने टोक न दिया हो। यह सब सोशल मीडिया के साइड इफ़ेक्ट भी
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- मोहम्मद असलम
- 24 Aug 2020
निजी टीवी पत्रकारिता ने एक अजीब रूप धारण कर लिया है। जब ये शुरू-शुरू में आया और लोग के लिए नया-नया माध्यम बना, तब कौए , सांप और बिच्छू तक को दिखाया गया। हमने भी बड़े चाव से देखा। टीवी समाचार में काम कर रहे लोगों को उन
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- मोहम्मद असलम
- 23 Aug 2020
11मार्च 2017 को राजनीतिक लिहाज से कई मायने में याद रखा जायेगा।आज उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में विधानसभा चुनावों के परिणाम आए हैं। कई मायनों में मजेदार भी है और कई मायने में चिंताजनक भी। मजेदार
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- मोहम्मद असलम
- 23 Aug 2020
दिल और कबड्डी में बड़ा गहरा संबंध है। आज के दौर में दोनों के अहमियत में कमी आई है। जहाँ कबड्डी एक शानदार खेल होने के बावजूद लोगों के पसंदीदा बनने को तरस रही है। वहीं दिल का हाल भी कुछ कम परेशान करने वाला नहीं है।
Featured
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- मोहम्मद असलम
- 07 Oct 2025
wwe
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- मोहम्मद असलम
- 16 Jun 2023
मुझे मेरा राजीव लौटा दीजिए मैं लौट जाऊंगी.....
- ट्विटर कॉर्नर
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- मोहम्मद असलम
- 14 Jun 2023
“मैं ऐसा-वैसा फकीर नहीं हूँ, मेरे हाथ में पैसे दे”
- ट्विटर कॉर्नर
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- मोहम्मद असलम
- 06 Jun 2021
#लाला_रामदेव
- ट्विटर कॉर्नर
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- मोहम्मद असलम
- 24 Apr 2021
सबकुछ याद रखा जायेगा?
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- मोहम्मद असलम
- 18 Mar 2021
युवाओं का मीडिया सरोकार!
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- मोहम्मद असलम
- 11 Jan 2021
डि टू डि : ट्रैवल ब्लॉग
- मोटिवेशनल स्टोरीज
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- मोहम्मद असलम
- 15 Nov 2020
#अनुष्का_अपना_कुत्ता_संभाल = संकीर्ण विचारों का परिणाम
- ट्विटर कॉर्नर
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- मोहम्मद असलम
- 18 Oct 2020
परफेक्ट नेता और इम्परफेक्ट जनता
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- मोहम्मद असलम
- 08 Sep 2020
स्मृति ईरानी और ट्विटर : पेट्रोल के बढ़ते दाम
- ट्विटर कॉर्नर
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- बिपिन कुमार
- 30 Aug 2020
चलो बाढ़ बाढ़ खेलें
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- मोहम्मद असलम
- 24 Aug 2020
मसालेदार टीवी जर्नलिज्म
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- मोहम्मद असलम
- 24 Aug 2020
मैं मोहित कौशिक
- मोटिवेशनल स्टोरीज
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- मोहम्मद असलम
- 23 Aug 2020
दिल कबड्डी!
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